image
Abhipray Media Foundation
July 21, 2025, 3:58 pm

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025
Indian Culture & Heritage

हर मनुष्य के लिए योग क्यों जरूरी है ? योग एक प्राचीन भारतीय जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन को बनाए रखने में सहायक है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि मानसिक शांति, आत्म-नियंत्रण और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी है। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग हर व्यक्ति के लिए जरूरी है क्योंकि यह

मानसिक तनाव को कम करता है। शरीर को स्वस्थ और सक्रियआत्मविश्वास और सकारात्मक सोच को विकसित करता है। हृदय, श्वसन, पाचन तंत्र को मज़बूत करता है। योग के लाभ (लाभकारी पहलू): शारीरिक लाभ शरीर की लचीलापन और मजबूती बढ़ती है रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है वजन नियंत्रण और फिटनेस में सहायक  2. मानसिक लाभ तनाव, चिंता और अवसाद में राहत नींद की गुणवत्ता में सुधार धयान और आत्म-ज्ञान बढ़ता है। 3.आध्यात्मिक लाभ

आंतरिक शांति की अनुभूति आत्म-नियंत्रण और चेतना की वृद्धि।

योगा डे तारीख 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) के रूप में मनाया जाता है। घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव पर 11 दिसंबर 2014 को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। पहली बार मनाया गया 21 जून 2015 को। नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में कहा था

"योग केवल व्यायाम नहीं है, यह आत्मा और ब्रह्मांड के बीच एकता की भावना है। योग के महत्वपूर्ण प्रकार (मुख्य योग अभ्यास)

1.हठ योग-शारीरिक और मानसिक संतुलन पर केंद्रित 2.राज योग -ध्यान और आत्म-नियंत्रण पर आधारित 3.भक्ति योग-ईश्वर भक्ति के माध्यम से आत्मशुद्धि 4.ज्ञान योग-ज्ञान और विवेक का योग

5. कर्म योग-निष्काम कर्म के सिद्धांत पर आधारित 6.अष्टांग योग (पतंजलि योग) 8 अंगों में विभाजित (यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि)

विश्व में योग को किस नाम से जाना जाता है?

विश्व भर में इसे "YOGA" के नाम से ही जाना जाता है। यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सॉफ्ट पावर का प्रतीक बन चुका है। अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, चीन, जापान समेत लगभग सभी देशों में योग अभ्यास लोकप्रिय हो चुका है।संयुक्त राष्ट्र, WHO,UNESCO आदि ने योग को मानवता के लिए लाभकारी माना है।

योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य का साधन नहीं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक विकास का मार्ग है। हर इंसान को अपने जीवन में योग को अपनाना चाहिए ताकि वह एक संतुलित, स्वस्थ और सशक्त जीवन जीने

 नमस्कार,

मैं आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के इस अवसर पर योग के महत्व पर कुछ शब्द साझा करना चाहता हूँ। योग सिर्फ एक शारीरिक क्रिया नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है- जो हमें शरीर, मन और आत्मा से जोड़ती है। यह प्राचीन भारत की वह देन है, जिसने आज सम्पूर्ण विश्व को स्वस्थ रहने का मार्ग दिखाया है। योग के नियमित अभ्यास से न केवल हमारी बीमारियाँ दूर होती हैं, बल्कि हमारी सोच में सकारात्मकता, आत्म-नियंत्रण और आंतरिक शांति भी आती है। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का निर्णय संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2014 में लिया गया, और इसका श्रेय हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को जाता है। उन्होंने योग को पूरी दुनिया में पहचान दिलाई। आज पूरी दुनिया "YOGA" को अपनाकर जीवन को तनावमुक्त, स्वस्थ और खुशहाल बना रही है।

तो आइए, हम सब यह संकल्प लें कि हर दिन कम से कम 20 मिनट योग करें, और दूसरों को भी प्रेरित करें।

धन्यवाद।

योग करें, निरोग रहें! 1. "योग है जीवन की सच्ची शुरुआत2. "स्वस्थ शरीर, शांत मन — यही है योग का धन!"3. "हर दिन योग, हर दिन निरोग!"

4. "योग से ही सम्भव है जीवन में संतुलन!"

5. "योग अपनाओ, रोग भगाओ।

Abhigyan Ashish Mishra

Abhigyan Ashish Mishra

Founder & Chairman