मैहर जिले मे फाउंडेशन के सेक्रेटरी श्रीनिवास मिश्रा, के साथ सुनील दहिया राकेश अग्रवाल, कृष्णा कुमार पाण्डे, सत्य प्रकाश कुशवाहा मीटिंग मे उपस्थिति रहे, सी. सी. ऐन ग्रुप और शीर्ष सी.सी.ऐन वेलफेयर फाउंडेशन, अभिप्राय मीडिया फाउंडेशन के फाउंडर चेयरमैन अभिज्ञान आशीष मिश्रा गुरू ग्राम से आकर मध्य प्रदेश के कई जिलों का दौरा करने निकले दरसल 5 जून 2025 विश्व पर्यवरण दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम मे बोलते हुये उन्होंने बाताया था पूरे विश्व मे ग्लोबल वार्मिंग व जलवयु परिवर्तन जैसे विषय पर हमें गंभीर होने कि अवश्यक्त हैं उन्होंने पर्यवरण बचाओ के लिये कहा जिस तरह हम अपने परिवार के पालन पोषण के लिये समर्पित होते हैं और हर वक्त उनका ध्यान रखते हैं उसी तरह पर्यावरण के बचाओ के लिये हमें घर के पेड पौधे हरे भरे बने रहें इसके साथ साथ बाहर के भी हरे भरे पेड़ पौधो और विशाल वृक्षो का ध्यान रखना होगा और उन छोटे छोटे पौधो का भी जो आप के आस पास पनप या बढ़ रहें हैं उनमे समय समय पर पानी देना होगा व पशुओ आदि से सुरक्षित रखना होगा तब जाकर विशाल वृक्षो के रूप देख पायेंगे। उन्हेंने कहा वैसे तो पर्यावरण के क्षिण होने के मुख्य कई और भी कारण हैं देश कि बढ़ती आवादी के साथ बुनियादी ढांचे के विकास से तात्पर्य भौतिक सुख सुविधाओं के लिये सड़कें, रेलमार्ग, हवाई अड्डे, बंदरगाह आदि का निर्माण वा कृषि भूमियों कों खत्म कर बड़ी बड़ी टाउनशिपो के निर्माण होने के कारण विस्तृत फैली हरयाली का नाश हों रहा हैं वहीं बड़े बड़े पेड़ो की कटाई कर जंगलों आदि का सफाया होता जा रहा हैं अगर हम पेड़ो हरयाली कों नहीं बचा पाये तो निश्चित ही हमारा जीवन जीना एक दिन दुभर हों जायेगा उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा पर्यावरण की रक्षा के लिये हमें हर हाल मे अधिक से अधिक पोधों को लगाना होगा जंगलो मे पेड़ो की कटाई कों रोकना होगा इन सबके चलते देश के प्रत्येक नागरिकों कों कम से कम एक पौधा लगाने का संकल्प तो लेना ही होगा ताकि हरियाली तो हर हाल मे बनी रहेंना चाहिए इन सब कारणों की वजह से भारत मे कई राज्यों मे गिरते जल स्तर पर बल्कि मध्यप्रदेश के भी कई जिलो के गिरते जल स्तर पर गैहरी चिंता जताई थी उसी तारत्मय मे उन्होंने इस कार्य की तेजी से और जल्द से जल्द शुरवात करने की बात कही थी वहीं इस कार्य की अवश्यक्त कों देखते हुये पर्यावरण को बचाने के लिये पौधा रोपड़ और जल संवर्धन पर कार्य प्रारम्भकर दिया हैं उन्हेंने फाउंडेशन के जरिये अन्य राज्यों कों तो शामिल किया ही इसके साथ ही मध्यप्रदेश के सभी जिलों मे जा कर वहाँ से फाउंडेशन के सेक्टरी, मेम्बर व कोर्डिनेटर के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया हैं चेयरमैन ने कहा हमें केवल लोगो मे जागरूकता ही नहीं जमीनी स्तर पर हर एक एक व्यक्ति तक इस बात कों पहुँचा कर जल संवर्धन व जल कि हों रही बर्बादी और जल बचाओ के लिये कारगर उपयों कों सोचना वा उसके लिये सख्त कदम उठाना होगा फाउंडेशन ने सबसे पहले शुरुवात उन जिलों सी की जहाँ का जल स्तर काफ़ी निचे चला गया हैं।