धनतेरस भारत में हर साल दिवाली के पर्व से दो दिन पहले मनाया जाता है। यह हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को आता है। इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है, जो धन और समृद्धि के देवता माने जाते हैं। क्यों मनाते हैं धनतेरस?धनतेरस का पर्व भगवान धन्वंतरि की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है, जिन्होंने समुद्र मंथन के समय अमृत कलश के साथ जन्म लिया था। ऐसा माना जाता है कि इस दिन जो भी वस्त्र, आभूषण, बर्तन या अन्य मूल्यवान चीजें खरीदी जाती हैं, वे घर में सुख, शांति और समृद्धि लाती हैं। धनतेरस पर खरीदारी के फायदे धन-समृद्धि का प्रतीक इस दिन नई चीजें खरीदने से घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है और यह आर्थिक समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। नए निवेश का शुभ मुहूर्त लोग इस दिन सोना, चांदी, वाहन, बर्तन आदि खरीदते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। स्वास्थ्य का लाभ धनतेरस पर लोग आरोग्य और अच्छे स्वास्थ्य के लिए धन्वंतरि भगवान की पूजा करते हैं। व्यवसाय में तरक्की व्यापारी इस दिन नई चीजें खरीदकर अपने व्यवसाय में वृद्धि की कामना करते हैं। इस प्रकार, धनतेरस का पर्व न केवल आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानसिक और सामाजिक सुख-समृद्धि का भी प्रतीक है। धनतेरस धन, समृद्धि स्वास्थ्य, का प्रतीक हैं ये त्योहार इस लिये दीपावली से दो दिन पूर्व मनाते हैं इस दिन कहीं ना कहीं नये आभूषण बर्तन या फिर वाहन खरीद कर घर लाते है ताकि घर समृद्धि आये निरंतर व्यापार व्यवसाय आदि मे उन्नति हों अभिप्राय मिडिया फाउंडेशन धनतेरस पर सभी देश वासियो कों बहुत बहुत शुभकामनायें देता हैं सबके स्वास्थ्य समृद्ध और दिनों दिन सुख समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी की कृपा, व्यपार व्यवस्ये मे बृद्धि के अवसर प्राप्त हों और सदा मन प्रसन्न बना रहे ऐसी ईस्वर से प्रार्थना करते है।
Abhigyan Ashish Mishra
Founder & Chairman