रक्षा बंधन एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जो भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित है। यह त्योहार विशेष रूप से भारत में मनाया जाता है और इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है।
रक्षा बंधन का महत्व:
पारंपरिक मान्यता: रक्षा बंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जो एक पवित्र धागा होता है। राखी बांधते समय बहन अपने भाई की लंबी उम्र, सुख और समृद्धि की कामना करती है। इसके बदले में भाई बहन को सुरक्षा का आश्वासन देता है और उसे उपहार या पैसे देता है।
इतिहास और पौराणिक कथाएं: इस त्योहार का इतिहास कई पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। एक प्रमुख कथा के अनुसार, रक्षाबंधन का त्योहार देवी लक्ष्मी और राजा बलि से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी ने राजा बलि को राखी बांधकर उनकी सुरक्षा की कामना की थी। एक और कथा में, देवताओं की ओर से राक्षसों से लड़ने वाली देवताओं की बहन, रक्षाबंधन के दिन अपने भाई की रक्षा की कामना करती है।
समाज में महत्व: इस त्योहार को केवल भाई-बहन के रिश्ते तक ही सीमित नहीं माना जाता, बल्कि यह समाज में भाईचारे और एकता की भावना को बढ़ावा देने का भी कार्य करता है। यह भाई-बहन के रिश्ते के अलावा मित्रता और अन्य रिश्तों में भी सुरक्षा और समर्थन की भावना को प्रकट करता है।
विवाह और सामाजिक परंपराएं: रक्षा बंधन के दिन विशेष पकवान बनाए जाते हैं और परिवार के सदस्य एकत्रित होते हैं। यह त्योहार एक पारिवारिक और सामाजिक उत्सव की तरह मनाया जाता है, जिसमें रिश्तेदारों और दोस्तों को भी आमंत्रित किया जाता है।
रक्षा बंधन का त्योहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त के महीने में पड़ता है। यह त्योहार भारतीय संस्कृति की एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो रिश्तों की गहराई और सुरक्षा की भावना को दर्शाता है।
Abhigyan Ashish Mishra
Founder & Chairman