स्वतंत्रता दिवस: 15 अगस्त 2024- भारत की संस्कृति, इतिहास और परंपराओं की अनमोल धरोहर हैं हर साल 15 अगस्त का दिन भारतीयों के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक होता है। यह दिन हमें उन वीर सपूतों की याद दिलाता है, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। 2024 में भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस विशेष अवसर पर, हम भारत के स्वतंत्रता संघर्ष, संस्कृति, और परंपराओं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंग।
15 अगस्त, 1947 का दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जब भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की। 1857 की क्रांति से लेकर महात्मा गांधी,सुभाष चंद्र बोस,भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, और अन्य वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी संघर्षपूर्ण यात्रा से इस दिन को संभव बनाया। ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से मुक्ति पाने के लिए भारतीयों ने अनेक आंदोलन चलाए। इन आंदोलनों में असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च, और भारत छोड़ो आंदोलन प्रमुख थे, जो स्वतंत्रता की राह के निर्णायक पल थे।
भारत एक ऐसा देश है, जो अपनी विविधता और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। विभिन्न धर्मों, भाषाओं, और परंपराओं का संगम भारत को एक अनोखा राष्ट्र बनाता है।
भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और अन्य अनेक धर्मों का पालन करने वाले लोग मिल-जुलकर रहते हैं। यहाँ हर धर्म के त्योहार, जैसे कि दिवाली,ईद, क्रिसमस,गुरुपर्व,आदि, पूरे उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। इस धार्मिक सहिष्णुता ने भारत को 'विविधता में एकता' का अनूठा उदाहरण बनाया है। भारत में 22 आधिकारिक भाषाएँ हैं और कई बोलियाँ बोली जाती हैं। हर राज्य की अपनी भाषा और साहित्य है, जो उसकी संस्कृति को दर्शाता है। भाषा के इस धनी भंडार ने भारतीय सभ्यता को अनोखा और समृद्ध बनाया है।
भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य, और कला विश्वभर में विख्यात हैं। भारत के विभिन्न राज्यों में अलग-अलग शैलियों के संगीत और नृत्य, जैसे कि भरतनाट्यम,कथक,कुचिपुड़ी, और ओडिसी भारतीय कला के धरोहर हैं। इसके साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की दो प्रमुख शाखाएँ, हिंदुस्तानी संगीत और कर्नाटक संगीत, संगीत प्रेमियों के लिए एक अनुपम देन हैं।
भारतीय भोजन अपनी विविधता और स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। हर राज्य का खाना उसके स्थानीय स्वाद और परंपराओं का प्रतीक है। चाहे वह उत्तर भारत की मसालेदार करी हो, दक्षिण भारत की इडली-डोसा, या पूर्वी भारत की मिठाइयाँ - भारतीय भोजन एक वैश्विक पहचान रखता है।
भारत की परंपराएँ सदियों से समाज को एकजुट रख रही हैं। यहाँ के लोग अपने बुजुर्गों का आदर करते हैं, समाज में समानता और एकता को प्राथमिकता देते हैं। भारतीय समाज में संस्कार, परिवार,और समाज का बड़ा महत्व है। परिवार की भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है, और यहाँ संयुक्त परिवार प्रणाली की परंपरा अभी भी मजबूत है।भारत में मेहमान को भगवान का दर्जा दिया जाता है। यहाँ लोग अतिथियों का स्वागत दिल खोलकर करते हैं, जिससे भारत की आतिथ्य भावना की एक अलग पहचान बनती है।भारत योग और आयुर्वेद का जन्मस्थान है। इन प्राचीन विज्ञानों ने न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में स्वास्थ्य और जीवनशैली पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। योग को 2014 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में मान्यता मिलना भी भारत की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है।
15 अगस्त का दिन केवल आजादी का जश्न मनाने का दिन नहीं है, बल्कि यह हमारी समृद्ध विरासत, संस्कृति, और परंपराओं का सम्मान करने का दिन भी है। 2024 में हम जब अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं, तो हमें उन अनगिनत संघर्षों और बलिदानों को याद करना चाहिए, जिनकी वजह से हम आज एक स्वतंत्र और गौरवशाली भारत में जी रहे हैं। आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम अपनी संस्कृति और परंपराओं को गर्व के साथ मनाएँ और देश की एकता, अखंडता, और विकास की दिशा में कदम बढ़ाएँ। जय हिंद!
Abhigyan Ashish Mishra
Founder & Chairman